*दिन-रात के मुहूर्तों के नाम, समयावधि और शुभाशुभ की जानकारी* --
दिनांक २१ मार्च और २३ सितम्बर को भारतीय मध्याह्न रेखा पर स्थित स्थानों के लिए समयावधि (यथा विंध्यवासिनी मन्दिर मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश में।)
1 -- *रुद्र मुहूर्त* सूर्योदय समय से (06:00 से 06:48 तक) । फल - अशुभ ।
2 -- *अही मुहूर्त* (सर्प) (06:48 से 07:36 तक)। फल - अशुभ ।
3 -- *मित्र मुहूर्त* (07:36 से 08:24 तक)। शुभ।
4-- *पितृ मुहूर्त* (08:24 से09:12 तक)। अशुभ।
5 -- *वसु मुहूर्त* (09:12 से 10:00 तक) । शुभ।
6 -- *वराह मुहूर्त* (10:00 से 10:48 तक)। शुभ
7 -- *विश्वेदेवा मुहूर्त* (10:48 से 11:36 तक) । शुभ।
8 -- *विधि मुहूर्त* (11:36 से 12:24 तक)। सोमवार और शुक्रवार को छोड़कर शुभ ।
9 -- *सुतमुखी मुहूर्त* (12:24 से 13:12 तक ) शुभ।
(सतमुखी का अर्थ - "बकरी / सारथी-चेहरा"।)
10 -- *पुरुहूत मुहूर्त* 13:12 से 14:00 तक)। अशुभ।
(पुरुहूत का अर्थ "कई प्रसाद")
11 -- *वाहिनी मुहूर्त* ("रथ के कब्जे में") (14:00 से 14:48 तक)। अशुभ। (तारा मण्डल -मिथुन?)
12 -- *नक्तनकरा मुहूर्त* ("नाइट मेकर") (14:48 से 15:36 तक)। अशुभ। योगतारा --"नाइट मेकर"।
13 -- *वरुण मुहूर्त* (15:36 से 16:24 तक)। शुभ। "ऑल-लिवेलपिंग नाइट स्काई" ।
14 -- *अर्यमन् मुहूर्त* ("बड़प्पन के कब्जे") । 16:24 से 17:12 तक)। रविवार को छोड़कर शुभ।
15 -- *भग मुहूर्त* (17:12 से 18:00 सूर्यास्त तक)। अशुभ।
16 -- *गिरीश मुहूर्त* (सूर्यास्त 18:00 से 18:48 तक)। शुभ।
17 -- *अजेकपाद मुहूर्त* (18:48 से 19:36 तक)। अशुभ।
18 -- *अहिर्बुध्न्य मुहूर्त* (19:36 से 20:24 तक)। शुभ।
19 -- *पुष्य मुहूर्त* (20:24 से 21:12 तक)। शुभ।
20 -- *अश्विनी मुहूर्त* (21:12 से 22:00 तक)। (अश्विनी)। शुभ।
21 -- *यम मुहूर्त* (22:00 से 22:48 तक) । अशुभ।
22 -- *अग्नि मुहूर्त* (22:48 से 23:36 तक)। शुभ।
23 -- *विधातृ मुहूर्त* (23:36 से 00:24 तक)। शुभ
24 -- *कन्द मुहूर्त* (00:24 से 01:12 तक)। शुभ।
(कन्द का अर्थ"आभूषण" कोरोना बोरेलिस)
25 -- *अदिति मुहूर्त* (01:12 से 02:00 तक) ।
26 -- *जीव मुहूर्त* (02:00 से 02:48 तक ) ।
27 -- *विष्णु मुहूर्त* (02:48 से 03:36 तक)। Auspicious ।
28 -- *द्युमद्गद्युति मुहूर्त* (03:36 से 04:24 तक) ।
29 -- *ब्रह्म मुहूर्त* (04:24 से 05:12 तक) ।
30 -- *समुद्र मुहुर्त* (05:12 से 06:00 तक)।
तैत्तिरीय-ब्राह्मण में 15 मुहूर्तों के नामों का उल्लेख इस प्रकार है:
संज्ञानम
विज्ञानम
प्रज्ञानम
जानद
अभिजानत
संकल्पमानम
प्रकल्पमानम
उपकल्पमानम
उपकप्तम
kptam
श्रेयो
वसीया
आयत
संभूतम
भूतम |
शतपथ ब्राह्मण एक मुहूर्त को एक दिन के 1/15वें भाग के रूप में वर्णित करता है:
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