देही से लेकर देह तक के विषय में विचार बहुत कम ही करना स्वभाव में ढालना है। अतः इनके विषय में चर्चा नही करना और मैं मेरा, हम, हमारा का उपयोग करने से बचना। यह भी साधना है।
साधना मतलब सतर्क, सावधान , सचेत होना / रहना। पतङ्ग उड़ाई हो तो याद होगा कि, जबतक आप सचेत हो पतङ्ग स्वतः उड़ती है। जैसे ही किसी अन्य चिन्तन में बहे, पतङ्ग पर से ध्यान हटा, पतङ्ग को भूले कि पतङ्ग ने गोत लगाई।
बस यह सावधानी ही तो साधना है।
देही से लेकर देह तक के विषय में विचार बहुत कम ही करना स्वभाव में ढालना है। अतः इनके विषय में चर्चा नही करना और मैं मेरा, हम, हमारा का उपयोग करने से बचना। यह भी साधना है।
साधना मतलब सतर्क, सावधान , सचेत होना / रहना। पतङ्ग उड़ाई हो तो याद होगा कि, जबतक आप सचेत हो पतङ्ग स्वतः उड़ती है। जैसे ही किसी अन्य चिन्तन में बहे, पतङ्ग पर से ध्यान हटा, पतङ्ग को भूले कि पतङ्ग ने गोत लगाई।
बस यह सावधानी ही तो साधना है।
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