शनिवार, 16 अगस्त 2025

तीस अंश भोगांश वाली सायन राशियों को प्रधय कहा जाना उचित होगा। क्रान्तिवृत के उत्तर-दक्षिण आठ या नौं अंश की नक्षत्र पट्टी में असमान भोग वाले तेरह तारामण्डल को अरे कहा जाना उचित होगा। तीस अंश की बारह निरयन राशियों को राशि ही कहा जाना उचित होगा।

तीस अंश भोगांश वाली सायन राशियों को प्रधय कहा जाना उचित होगा। क्रान्तिवृत के उत्तर-दक्षिण आठ या नौं अंश की नक्षत्र पट्टी में असमान भोग वाले तेरह तारामण्डल को अरे कहा जाना उचित होगा। तीस अंश की बारह निरयन राशियों को राशि ही कहा जाना उचित होगा।
आचार्य दार्शनेय लोकेश जी के अनुसार 
 *"वेद में 'राशि' शब्द नहीं किन्तु 'प्रधयः' शब्द राशियों के अर्थ में (अथर्ववेद १०/८/४) ही आया है। 'प्रधि' शब्द क्रान्तिवृत्त के १२ भागों के अर्थ में आया है।"* 

अर्थात सायन राशियों के लिए प्रधय शब्द और तारामण्डल के आधार पर तेरह राशियों को आचार्य वराहमिहिर के अनुसार अरे लिखा जाना उचित होगा।

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