भारतीय उप महाद्वीप, तुर्किस्तान और मेसोपोटामिया (ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, उज़्बेकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, अजरबेजान, आर्मेनिया, दक्षिण पूर्वी टर्की, पश्चिम टर्की (सु संस्कृत होने के कारण जिसे युनान/ ग्रीस कहते हैं, जबकि युनान अलग देश है।) तथा सीरिया, इराक, सऊदी अरब,यमन,ओमान, जोर्डन, लेबनान), मिश्र, केनिया, सोमालिया , नेरोबी और ईरान , अफगानिस्तान, तिब्बत , पश्चिमी चीन, युक्रेन और दक्षिण पूर्वी रूस, तथा लेटिन अमेरिका मेक्सिको, बोलिविया, आदि देशों के इतिहास, धर्म, संस्कृति, वैज्ञानिक उपलब्धियों के रेकार्ड शक हूण, पारसी, श्रमणों-बौद्धों और अब्राहीमीक (सबाइन, दाउदी, सुलेमानी, यहुदी, ईसाई और इस्लामी) आक्रान्ताओ ने नष्ट-भ्रष्ट कर दिया।
इसलिए प्राचीन वैज्ञानिक अनुसंधान के दौरान किये गये प्रयोगों और निरीक्षणों का इतिहास नहीं मिलता है।
निष्कर्ष भी एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को अन्तरित होते-होते कितने बदल गए कह नहीं सकते।
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