बुधवार, 4 दिसंबर 2024

यल्लकोट अर्थात मार्तण्ड भैरव की सप्तकोटी सेना।

यल्ल कोट या सप्त कोटी मतलब सप्त स्तरीय या सात प्रकार की सेना।

वैदिक काल में रथी, हस्ती, अश्वारोही और पदाति ऐसी चतुरङ्गीणी सेना होती थी।
रामायण में 
1 गुप्तचरी और मनोबल गिराना (हनुमान जी और अङ्गद सफल अभियान तथा रावण के शुक- सारण आदि असफल अभियान),
2 गेरीसन इंजिनियर (नल-नील के नेतृत्व में सेतु निर्माण),
3 चतुर और अनुभवी सलाहकार (जाम्बवन्त जी के नेतृत्व वाला दल),
4 स्थानीय जनबल (सुग्रीव की वानर सेना)।
ऐसे नवीन प्रयोग दिखे।
श्रीकृष्ण की नारायणी सेना और महाभारत में और भी कई नवीन उपाय किए गए।
सम्भवतः मार्तण्ड भैरव ने सात प्रकार के भिन्न-भिन्न दल बनाकर सप्तकोटी दल बनाया हो।

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