१ विश्वात्मा ॐ -
२ प्रज्ञात्मा परब्रह्म - परम दिव्य अक्षर पुरुष विष्णु और परा प्रकृति माया।
३ प्रत्गात्मा ब्रह्म - पुरुष सवितृ (श्रीहरि)और प्रकृति (कमला) ।
४ जीवात्मा अपर ब्रह्म - अपर पुरुष (जीव) नारायण और त्रिगुणात्मक अपरा प्रकृति (आयु) श्री लक्ष्मी।
५ भूतात्मा हिरण्यगर्भ और वाणी - प्राण (देही) त्वष्टा और धारयित्व (अवस्था) रचना।
६ सुत्रात्मा प्रजापति और सरस्वती- रेतधा (ओज) और स्वधा (आभा/ कान्ति)।
दक्ष-प्रसुति, रुचि - आकुति, कर्दम- देवहुति।
७ अणुरात्मा वाचस्पति - तेज इन्द्र और विद्युत शचि।
८ विज्ञानात्मा ब्रहस्पति - विज्ञान (चित्त) आदित्य और विद्या (वृत्ति)।
९ ज्ञानात्मा ब्रह्मणस्पति - बुद्धि वसु और बोध (मेधा)।
१० लिङ्गात्मा पशुपति (महारुद्र) - अहंकार रुद्र और अस्मिता रौद्री
११ - मनसात्मा गणपति - मन सोम और संकल्प।
१२ स्व सदसस्पति।
१३ - स्वभाव मही।
१४ वैकारिक (सात्विक) स्वभाव (स्वाहा) भारती।
तेजस (राजस) स्वभाव (वषट) सरस्वती।
भूतादिक (तामसी) स्वभाव (स्वधा) इळा।
१५ अधिदेव अष्टादित्य,
अध्यात्म वसुगण,
अधिभूत अष्टमूर्ति एकादश रुद्र।
१६ प्राण तुषित-
इन्द्रियाँ मरुद्गण -
भूत तन्मात्रा अनेक रुद्र।
१७ कारण शरीर द्वादश साध्य -
सुक्ष्म शरीर विश्वकर्मा (प्राचेतस)
लिङ्ग शरीर यह्व।
१८ चक्र सिद्ध -
संस्थान त्वष्टा-
सिद्धियाँ विनायक।
१९ सुशुम्ना विश्वेदेवाः -
पिङ्गला विश्वरूप-
इड़ा एल (भैरव) ।
२० पिण्ड, राजा (शासक), परमाणु (वैशेषिक का)।
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