नवमी तिथि अधिक होने कार्तिक शुक्ल नवमी सोमवार Tuesday दिनांक 04/05 नवम्बर 2019 को उत्तर रात्रि 04:57 पूर्वाह्न से लगेगी और बुधवार 06 नवम्बर 2019 को प्रातः 07:22 पूर्वाह्न तक रहेगी।
अतः *आँवला नवमी मंगलवार दिनांक 05 नवम्बर 2019 को मनेगी।*
कार्तिक शुक्ल एकादशी गुरुवार 07 नवम्बर 2019 को प्रभात काल 09:55 पूर्वाह्न से शुक्रवार 08 नवम्बर 2019 को 12:25 दोपहर तक है।
अतः *वेदिक स्मार्त , वैष्णव, भागवत सभी मतावलम्बी. देव प्रबोधनी एकादशी 08 नवम्बर 2019 शुक्रवार को मनायेंगें।*
*श्रोत्रिय (वेदिक) और स्मार्त जन शुक्रवार 08 नवम्बर 2019 को एकादशी वृत तथा तुलसी विवाह करेंगे।*
जबकि *भागवत जन एकादशी वृत तो शुक्रवार 08 नवम्बर 2019 को ही करेंगे किन्तु तुलसीविवाह पारण दिवस शनिवार 09 नवम्बर 2019 को को रात्रि प्रथम प्रहर में करेगें।*
द्वादशी तिथि शुक्रवार 08 नवम्बर 2019 को 12:25 बजे से शनिवार 09 नवम्बर 2019 को 14:40 बजे अर्थात दोपहर 02:40 बजे अपराह्न तक है।
अतः *वेदिक श्रोत्रिय स्मार्त जन तथा वैष्णव/ भागवत सभी एकादशी वृत पारण शनिवार 09 नवम्बर 2019 को करेंगे।*
शनिवार 09 नवम्बर 2019 को विवाह नक्षत्र उत्तराभाद्रपद नक्षत्र 14:56 अर्थात दोपहर 02:56 तक रहेगा तदुपरान्त विवाह नक्षत्र रेवती लगेगा जो रविवार 10 नवम्बर 2019 को 17:18 बजे तक अर्थात सायं 05:18 बजे तक रहेगा।
अतः *तन्त्र मतावलम्बी रेवती नक्षत्र योग में शनिवार 09 नवम्बर 2019 को रात्रि प्रथम प्रहर में तुलसीविवाह करेंगे।*
भागवत तन्त्र मतानुसार देव प्रबोधन पारण दिवस की रात्रि के प्रथम प्रहर मे को करना चाहिए।
साथ ही पारण दिवस की रात्रि के प्रथम प्रहर मे ही तुलसी विवाह भी करना चाहिए।
अतः *भागवत तन्त्रमतानुसार तुलसीविवाह शनिवार 09 नवम्बर 2019 रेवती नक्षत्र में रात्रि प्रथम प्रहर में करेंगे।*
श्रोत्रिय स्मार्त वैष्णव जन आँवला नवमी से द्वादशी पर्यन्त भगवान श्री विष्णु को तुलसीदल अर्पित करते हैं। और कार्तिक शुक्ल एकादशी तिथि में तुलसीविवाह करते है।
कार्तिक शुक्ल पुर्णिमा सोमवार 11 नवम्बर 2019 को 18:02 अर्थात सायं 06:02 बजे अपराह्न से मंगलवार 12 नवम्बर 2019 को 19:04 अर्थात सायं 07:04
बजे अपराह्न तक रहेगी। अतः
*कार्तिक पुर्णिमा मंगलवार 12 नवम्बर 2019 को मनेगी।*
एक परम्परानुसार यह भी है कि आँवला नवमी से कार्तिक शुक्ल एकादशी तक या कार्तिक शुक्ल एकादशी से कार्तिक शुक्ल पुर्णिमा के बीच जिस दिन (या रात्रि प्रथम प्रहर में) विवाह नक्षत्र (उत्तराषाढ़ा), उत्तराभाद्रपद, रेवती, (या रोहिणी) नक्षत्र हो उस दिन (या रात्रि प्रथम प्रहर) में तुलसी विवाह करें।
*तदनुसार शनिवार 09 नवम्बर 2019 को दिन में या रात्रि प्रथम प्रहर में या रविवार 10 नवम्बर 2019 को 17:18 बजे के पुर्व अर्थात सायं 05:18 के पहले तुलसीविवाह करें।*
निष्कर्ष - *तुलसी विवाह- सर्व प्रचलित परम्परा से शुक्रवार 08 नवम्बर 2019 को तुलसी विवाह होगा।*
किन्तु *भागवतचार्यों से दिक्षित शंख चक्राङ्कित भागवत जन शनिवार 09 नवम्बर 2019 को तुलसीविवाह करेंगे।*
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