सोमवार, 11 जनवरी 2021

द्वादशाङ्ग अर्थात नवीन पञ्चाग कैसी हो?

द्वादशाङ्ग / पञ्चाङ्ग में निम्नांकित गणनाएँ / जानकारी दी जाना चाहिए।

 *विषुव सम्पात से गणना आरम्भ कर औसत सुर्योदय समय भारतीय मानक समय 06:00 बजे  के लिए ---* 

 *वेदिक सायन सौर मास के गते अनुसार*

 *सायन राशियों में* सूर्य चन्द्रमा सभी ग्रहों और पात (राहु-केतु) के *सायन भोगांश, शर और क्रान्ति,विशुवांश* आदि का ज्योतिष पत्रक (इफेमेरीज़/ अल्मनाक) की सारणी हो।* 

 *सायन राशियों में* सूर्य, चन्द्रमा,सभी ग्रहों और पात (राहु-केतु) के *प्रवेश का समय,* 
13°20' के *समान भोगांश वाले 27 नक्षत्रों का में सूर्य* , चन्द्रमा,सभी ग्रहों और पात (राहु-केतु) के *प्रवेश का समय* की सारणी हो।

03°20' के समान भोगांश वाले 108 *नक्षत्र चरणों में* सुर्य, चन्द्रमा, ग्रहों और पातों के *प्रवेश का समय* 
की *अलग अलग सारणियाँ* दी जाये।

साथ ही *प्रत्यैक 00°20'  के समान भोगांश वाले 1080 नक्षत्र  का चालिसवाँ अंश में*  सुर्य, चन्द्रमा, सभी ग्रहों एवम् पातों के *प्रवेश का समय* । साथ ही 03°20' के समान भोगांश वाले 108 *नक्षत्र चरणों  में* सुर्य, चन्द्रमा, सभी ग्रहों एवम् पातों के *प्रवेश का समय* को गाढ़े अक्षरों में दर्शाया जाये,13°20' के समान भोगांश वाले *27 नक्षत्रों  में* सुर्य, चन्द्रमा, सभी ग्रहों एवम् पातों के प्रवेश का समय को भी भिन्न रंगं में  गाढ़े अक्षरों में दर्शाया जाये। तथा वेदिक 12 मासों की आरम्भ की *सायन संक्रान्तियाँ तथा सायन राशियों में* सुर्य, चन्द्रमा, ग्रहों और पातों के *प्रवेश का समय* भिन्न रंग के गाढ़े अक्षरों में 
दर्शानें वाली सारणी भी प्रथक से दी जाये।

 *वास्तविक भोगांश वाले वेदिक 28 नक्षत्रों  में* सुर्य, चन्द्रमा, सभी ग्रहों एवम् पातों के *प्रवेश का समय* की सारणी दी जाये।

 *वास्तविक भोगांश वाले वेदिक 88 नक्षत्रों  में* सुर्य, चन्द्रमा, सभी ग्रहों एवम् पातों के *प्रवेश का समय* की सारणी दी जाये।



*(१)  सायन संक्रान्ति  गते, (२) सूर्योदय समय का वेदिक सायन सौर मास गतांश का समाप्ति समय,(गतांश क्षय हो तो अगले गतांश का समाप्ति समय) (३) के साथ दशाह के वासर, (४) निरयन सौर मास संक्रान्ति गतांश समाप्ति समय, (गतांश क्षय हो तो अगले गतांश का समाप्ति समय) (५) निरयन सौर मास गते, (६) सायन सौर संस्कृत चान्द्र मास और निरयन सौर संस्कृत चान्द्रमास के नाम सहित शुक्लपक्ष में 01 से 60 तक चन्द्र कलाओं (करणों) का समाप्ति समय और  (७) 01से 30 तक तिथी समाप्ति का समय,(क्षय तिथि हो तो अगली तिथि का समाप्ति समय) (८) और सूर्य और चन्द्रमा के सायन भोगांशादि के योग से निर्मित योग का समाप्ति समय,(योग क्षय हो तो अगले योग का समाप्ति समय) (९)  शुद्ध चान्द्र मास के अमावस्या गते , (१०) चन्द्र दर्शन गते, (११) ग्रेगोरियन केलेण्डर के दिनांक, और (१२) सप्ताह के वार दर्शक सारणी हो।*

सामने वाले प्रष्ठ पर

 *वेदिक सायन संवत्सर, वेदिक उत्तरायण (पौराणिक उत्तर गोल)/ वेदिक दक्षिणायन (पौराणिक दक्षिण गोल), उत्तर तोयन (पौराणिक उत्तरायण) / दक्षिण तोयन (पौराणिक दक्षिणायन), वेदिक ऋतु / पौराणिक ऋतु , वेदिक सायन सौर मास / पौराणिक सायन सौर मास , निरयन सौर मास, सायन सौर संस्कृत चान्द्र मास, निरयन सौर संस्कृत चान्द्र मास का नाम (आरम्भ का समय सहित),सौर व्यतिपात वैधृतिपात आरम्भ और अन्त का समय, भद्रा के आरम्भ और अन्त का समय, पर्व, व्रत, उत्सव सम्बन्धित सम्प्रदाय के मतानुसार , दर्शाये जाए।* 

 *साथ ही प्रथक प्रथक सारणियों में भी* 

 *वेदिक सायन कलियुग संवत्सर आरम्भ समय,* 

 *वेदिक उत्तरायण  आरम्भ समय,* 
*वेदिक दक्षिणायन आरम्भ समय,* 
 
 *वेदिक उत्तर तोयन  आरम्भ समय,* 
 *वेदिक दक्षिण तोयन  आरम्भ समय,* 

 *वेदिक ऋतु आरम्भ समय,* 

 *वेदिक सायन सौर मास आरम्भ समय,* 


 *सायन सौर संस्कृत युग संवत्सर आरम्भ समय* 
 *सायन सौर संस्कृत चान्द्र मास आरम्भ समय,* 

 *पौराणिक उत्तरायण  आरम्भ समय,* 
 *पौराणिक दक्षिणायन आरम्भ समय,* 

 *पौराणिक ऋतु आरम्भ समय ,* 
 
 *पौराणिक सायन सौर मास आरम्भ समय,* 

 *युधिष्ठिर  निरयन सौर संवत्सर एवम् विक्रम संवत्सर आरम्भ समय,* 
 *निरयन सौर मास आरम्भ समय,* 

 *निरयन सौर संस्कृत चान्द्र शकाब्द आरम्भ समय* 
 *निरयन सौर संस्कृत चान्द्र मास के आरम्भ का समय,* 

 *वास्तविक व्यतिपात वैधृतिपात आरम्भ और अन्त का समय,* 
 *भद्रा के आरम्भ और अन्त का समय,*
 
 *श्रोत्रिय (वेदिक), स्मार्त, पौराणिक, और  प्रत्यैक मत, सम्प्रदाय और पन्थ के आधार पर उन मत, सम्प्रदाय और पन्थ के नाम सहित आरम्भ और अन्त के समय सहित* 
 *पर्व* का आरम्भ और अन्त का समय,
 
 *व्रत* का आरम्भ और अन्त का समय,
 
 *उत्सव*  का आरम्भ और अन्त का समय 

दर्शाये जाए।

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